मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा , मैं नागन तू सपेरा
जनम जनम का तेरा मेरा बैर, ओ रब्बा खैर,
मैं नागन तू सपेरा - आनंद बक्शी
आज तो बदला मैं बस लूंगी,छेड़ न मुझको मैं डस लूंगी
जंतर जंतर जादू टोने, ये तो मेरे खेल खिलौने
मुझ पर चलेगा न जोर तेरा, मैं नागन तू सपेरा
मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा,मैं नागन तू सपेरा
इस घर से क्या मेरा रिश्ता ,तू क्या जाने क्या है किस्सा
इस घर में है मेरा साथी ,साथी है वो जीवन साथी
जा, चला जा, ना डाल डेरा मैं नागन तू सपेरा - प्रेम फ़र्रुखाबादी
मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा,मैं नागन तू सपेरा
हम तुम दोनों ही अब दूर न रह पाएं
दूरी को देर तलक मजबूर न सह पाएं
तुमने ये मान लिया हमने ये मानी है ( स्वरचित -प्रेम फ़र्रुखाबादी )
जिंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है. - संतोषानंद
स्वरचित फ़िल्मी अन्तरा
हम ने तुम्हें देखा है
तुम ने हमें देखा है
कौन कहे किस से
दिल किस ने फेका है
जिसने भी फेका है
शुरुआत सुहानी है -प्रेम फ़र्रुखाबादी
जिंदगी और कुछ भी नहीं
तेरी मेरी कहानी है
एक प्यार का नगमा है
मौजों की रवानी है - संतोषानंद
पान खाय सैयां हमारो
सांवली सुरतिया होठ लाल लाल
पान खाय सैयां हमारो
दूर- दूर वो रहता मुझ से
चाहूँ फिर भी मस्ती छने न
कहते बने न हालत मन की
किसी तरह मेरी बात बने न
बात बने न
पान खाय सैयां हमारो
सांवली सुरतिया होठ लाल लाल
पान खाय सैयां हमारो
-प्रेम फ़र्रुखाबादी